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IF I LOVE YOU, SUGAR

IF I LOVE YOU, SUGAR

If I love you,
I will love you slow.
A creamy, cottony cloud
Swimming in the blue sea?
Slow.

If I love you,
I have already imagined
You lifeless. I have let hot tears
Scald my cheeks, I have cried
Until my head hurt and
my heart shrinked and I couldn’t breathe.
Honey, if I love you?
I have already written you
13 different eulogies,
I have already mourned you,
have had grief skin me through.

If I love you,
I stroke your hair,
And I trace your eyebrows.
You see, I love better when I
Touch you. I need to touch you,
to learn you – the warmth,
The skin, the slouch, the carelessness
In sleep, the lopsided smile,
The dimple on your chin.
And
If I love you,
I want you to hold me too
In your clumsy, cold hands.
Let our bodies talk,
while our silences become friends.
On most days, I forget
About my collarbones hiding
Underneath sun burnt skin,
I forget I have elbows, knuckles,
Shoulder blades, and toes and thighs,
And when you hold me, my love,
My body is on a train far
From forgetting. My body
In your hands, is a little epiphany.

If I love you,
You cannot let
Your phone battery die
because “the number you are
calling is currently switched off’
equals a funeral scene in my
fucked up mind.
If I love you,
I hold my breath and
Face the ceiling, I count
My fears, and the times
I caught you giggling,
Until the flight has landed,
And the bus carrying you
Has stopped moving.

If I love you, sugar,
I am a shameless singer,
An enthusiastic letter writer,
an ardent kisser. I kiss you
over and over and over,
If I love you,
I make sure you know I do.
There are no games and no
riddles, just vulnerable confessions, honest conversations, telling you
What it means for me, to
Listen to you breathe,
To have your hand on my cheek,
To have your voice conjure
a storm in my paper thin veins,
to have you kiss the hollow
of my neck, to have you hush, hush
hush, my raging, maddening brain,
to have a love like yours
hold close, hold safe,
a terrified love like mine.

If I love you,
I love you hard,
I take my time and love you slow.
A creamy, cottony cloud
Swimming in the blue sea.
This is what my heart feels like,

When I am in love with thee.

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परिभाषा वाला प्रेम।

संभवतया मैं तुम्हारे जीवन में आने वाला प्रथम और आखिरी व्यक्ति होउगां जिससे किसी भी विषय पर कितने की बकैती करा लो.. पर बोल नही पाता हूं जब सामने आती हो तुम.. पर मैं नहीं सोचता कि किसी दीवार के सहारे बैठकर हम गाये प्रेम के गीत ..नहीं चाहिये मुझे तुम्हारे अधरों पर मेरे अधरों का प्रतिबिंब ...मुझे नहीं पंसद देह का गणित.. बस मेरी कल्पना ये है, कि किसी घाट या हिमालय की तराई में बैठ कर के हम दोनों चर्चा करें देश की..समाज की..धर्म की.. बाटें अपना मूल..मै अपनी कहूं.. और फिर टकटकी लगाए किसी बच्चे की मानिंद बस सुनता रहूं कि 'कैसे होतें है 'वामपंथी'...  और हां मैं हमेशा तुमसे ऐसी ही बात करता रहूंगा.. खुद तुच्छ हो सकता हूं...हो सकता है मुझे न आता हो कहना..मुझे तुम्हारी खुली जुल्फें सवारनी न आती हों पर जब मैं आखिरी सांस के बाद तुम्हे जब ईश्वर के सुपुर्द करूं तब वही पवित्रता बनी रहे जैसे तुम्हे मुझे सौंपते वक्त थी... तुमसे बस इत्तू सा इश्क है 'जाना' जानती हो क्यों? सुनना चाहोगी? क्योंकि प्रेम की पवित्रता प्रेम को पवित्र रखने में ही है.. 😊

आगे बढ़ें?

सुनो। नया साल आ रहा है। और साथ लेकर आएगा कुछ नई उम्मीदें, कुछ नई इकच्छाएँ। शायद तुम मुझे भूल जाओ, शायद मैं भी तुम्हे भूल जाऊं। लेकिन अगर तुम ये पढ़ रही जो, तो जान लो - मैं जानता हूँ तुम भी कहीं ना कहीं चाहती थीं की हम साथ हों। लेकिन वो हो ना सका। कारण जो भी जो, किसे सरोकार। इस बीतते साल के साथ उन सारी इकच्छाओं, चाहतों को समाप्त ही कर दिया जाए तो बेहतर है। तुम मजबूत हो, आगे बढ़ गयीं। या बढ़ ही जाओगी। मेरी भी कोशिश रहेगी। लेकिन ये बताओ - अगर जीवन में फिर मिले तो क्या खुश होकर मिलेंगे कि हम एक समय एक दूसरे का सादर सम्मान करते थे? 
इसीलिए मैं तेरे बिछड़ने पे सुगुवार नही, सुकून पहली जरूरत है, तेरा प्यार नहीं जवाब ढूंढने में उम्र मत गवां देना, सवाल करती है दुनिया, ऐतबार नहीं मेरे भरोसे पे कश्ती बनाना मत छोड़ो, नदी में जाना है मुझको, नदी के पार नहीं।