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Showing posts from October, 2019

इस मोहब्बत के लिए शुक्रिया

अच्छा पण्डिताइन सुनो न -   कभी कभी सोचता हूँ आने वाले कुछ समय में तुम्हारी शादी हो गयी तो सब कैसे पलट जाएगा। पता नहीं तुम्हारा हसबैंड मेरे जित्ता जिम्मेदार-समझदार होगा भी या फिर एवेंई। मुझे तुम्हारे हबी से जलन होना लाजमी है पर तरस भी आता है बेचारे पे। कैसे तुमको झेलेगा यार? मेरे होते हुए तुम्हें कैसे कोई और झेल सकता है? कैसे तुम उससे मेरे जितना इश्क कर सकती हो? तुम्हारे बिना ज़िन्दगी एकदम उमस वाली लगती है। जैसे हवा चलनी बंद हो गयी हो और गीली मिट्टी भी गर्मी पैदा कर रही हो। पसीने ऐसे टपक रहे हों जैसे तुमको रिक्शे पे बिठा के हम रिक्शा खींच रहे हों।  हम दोनों दोस्त कभी नहीं बन पाए पर तुम्हारे साथ इत्ती रोक टोक में जीना भी तो ज़िन्दगी नहीं। हाँ मानते हैं कि तुम अनीता भाभी से भी गोरी हो पर हम भी हप्पू सिंह की तरह जियरा छिड़कते हैं तुमपे। हमें पता है तुम बदलोगी नहीं। दुख भी इसी बात का है। तुमसे मुहब्बत करने का दुख, तुम्हारी मोहब्बत होने का दुख। सुनो ये मिलना विलना चलता रहेगा, जनम वनम वाली थियोरी भी रास नहीं आती। पर तुम्हारा होना खूबसूरत है। मेरा गुजरा ...
Wo din gaye ki mohabbat thi jaan ki baazi  Kisi se ab koi bichchade to mar nahin jaata  ~ Waseem Barelvi
तुम्हे जरुरत नहीं सवरने की, तुम अपनी सादगी में ही कामिल हो। तुम्हे किससे मोहब्बत है, ये तो मै नहीं जानता, लेकिन ये जानता हूँ कि लाखों एक-तरफ़ा मोहब्बतों में शामिल हो। कामिल = perfect 

हाँ तो क्या हुआ हम साथ नहीं

हमारे सफर के शुरुआत में, तुम्हारे उस पहले मैसेज की ख़ुशी अब तक मेरे चेहरे पे बरकरार है। हाँ तो क्या हुआ हम साथ नहीं उस रात हुई 11 से 4 तक की पूरी बातचीत अब तक मुझे मुँह जबानी याद है

याद करते हो?

उन्होंने पूछा "याद करते हो तन्हाई में?" हाँ याद करता हूं ना -  कुछ रास्ते, कुछ पुरानी बातें, खुली ज़ुल्फें, और वो दो प्यारी आंखें।
काश तुम्हारी यादों को अपनी साँसों की तरह आसानी से ले और छोड़ पाता, क्योंकि उनपे रुके रहने पे भी उतना ही दम घुटता है जितना उन्हें छोड़ने की कोशिश करने पर । 

चश्मा

जानता हूँ तुम ये शायद कभी नही पढ़ोगी,  फिर भी तुम्हे लिखता हूँ  क्योंकि अब बस ऐसे ही तुमको नज़दीक पाता हूँ।  हर बार लिख नहीं पाता,  या लिखता नही,  लेकिन जब भी तुम मेरा इकलौता खयाल बन जाती हो ना,  तब ऐसे ही काग़ज और कलम के सहारे,  तुम्हे धीरे धीरे जी लिया करता हूँ।  कभी कभी अपनी यादों को अपने हिसाब से बदलता भी हूँ,  गलत है मालूम है,  लेकिन अपने आप को माफ भी कर दिया करता हूँ। तुम ना मेरे चश्मे की तरह हो।  रात को सोने से पहले तुम्हे उतार तो सकता हूँ,  लेकिन सुबह जब तक तुम्हे वापस ना लगा लू,  कुछ भी साफ दिखाई नहीं देता।
बिछौने के एक तरफ ही सो पाता हूं आजकल, तुम्हारी यादें कुछ ज्यादा ही जगह ले लेती हैं।
तू नहीं मेरी, मगर तुझसे मोहब्बत है तो है। ये गर रश्मो-रवाजों से बगावत है तो है। 
मेरे तुम्हारे बीच का जो फासला है ना कई नज़्मों का है, कुछ जो मैंने लिखीं तुम्हारे लिए, और कुछ जो तुम समझ ना सकीं तुम्हारे लिए थीं।  

चल आज तुझको आज़ाद करते हैं

जो मेरी हसी, मेरे आंसू तुझपे वार रखे हैं जिनकी तुझे खबर तक नहीं ऐसे इल्जाम जो तुझपे लगाए, आज उन्हें बेबुनियाद करते हैं चल आज तुझको आज़ाद करते हैं नहीं बताएँगे अब की कितना प्यार करते हैं। एक छोटा सा सफर तुझसे मिलके तुझे खोने तक का झूठ नहीं बोलूंगा वो सफर दुनिया थी मेरी मेरी दुनिया जो तुझतक थी, उसे भूलाकर एक नया आग़ाज़ करते हैं चल आज तुझको आज़ाद करते हैं नहीं बताएँगे अब की कितना प्यार करते हैं। और तरस मत खाना मेरी सूरत देखकर  बतलाना मुझे वही जो सच है  तेरे दिल में मेरे लिए इश्क नहीं  हाँ मुश्किल होगा मेरे लिए  चल आज इस मुश्किल से डट कर लड़ते हैं  चल आज तुझको आज़ाद करते हैं नहीं बताएँगे अब की कितना प्यार करते हैं।  आज एक गुजारिश है मेरी तुझसे  की फिर मुड़कर ना देखना मुझे तुझे मालूम नहीं की तेरी नज़र मुझपे क्या सितम ढाती है  कही फिर न आ जाऊ तेरे पीछे, इसलिए आज आखरी बात करते हैं  चल आज तुझको आज़ाद करते हैं नहीं बताएँगे अब की कितना प्यार करते हैं। 

Coffee

If I were to measure my day in cups of coffee My mornings would be drowned in a bitter shot of espresso, the dread of facing another day of disappointment, black and lifeless. My hour stuffed into the local train, nose crinkled in the air ripe like the smell of an extra milky latte, of rotting unfulfilled dreams. Sleepy afternoons laced with a double shot cappuccino of acceptance, of life just the way it is - layered with an inkling of hope foaming through. My evenings a spiced cinnamon delight - beautiful moments spent with the friend who keeps me alive - memories etched with the possibilities of all that lies ahead. My nights would be snuggled in the warm embrace of a chocolatey mocha, comforting nothings whispered into my ear, wishing me sweet dreams before the cruel day breaks again. If I were to measure my day in cups of coffee, I’d find myself with the perfect brew - with just a little spilt over to begin again. - Shreya Shively

Love scares the shit out of me.

I'm scared to let love in because the probability of things going wrong is too high. So, I develop a system. Give high fives, don't hold hands. Tell people you love them, but make sure its a 'Love you!' and not an 'I love you.' Give hugs, but do not linger. Make conversation, but don't share stories. End your meetings with a 'bye' and not a 'see you.' If they make your insides feel warm, run. If they make you question every one of your beliefs, run.
चाय है बारिश है इश्क़ है बस तुम नही हो ♥️

IF I LOVE YOU, SUGAR

IF I LOVE YOU, SUGAR If I love you, I will love you slow. A creamy, cottony cloud Swimming in the blue sea? Slow. If I love you, I have already imagined You lifeless. I have let hot tears Scald my cheeks, I have cried Until my head hurt and my heart shrinked and I couldn’t breathe. Honey, if I love you? I have already written you 13 different eulogies, I have already mourned you, have had grief skin me through. If I love you, I stroke your hair, And I trace your eyebrows. You see, I love better when I Touch you. I need to touch you, to learn you – the warmth, The skin, the slouch, the carelessness In sleep, the lopsided smile, The dimple on your chin. And If I love you, I want you to hold me too In your clumsy, cold hands. Let our bodies talk, while our silences become friends. On most days, I forget About my collarbones hiding Underneath sun burnt skin, I forget I have elbows, knuckles, Shoulder blades, and t...