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Showing posts from August, 2014

ज़ख्म

ज़ख्म कुछ गहरे हैं, उन्हें कुछ शब्दों से सी लिया करता हूँ। तुम्हे असल में तो पा ना सका, कहानी-कविता में ही जी लिया करता हूँ। 

इश्क

इश्क करना मुश्किल है। लेकिन उससे भी ज्यादा मुश्किल है इश्क मांगना।